खुश खबर. - भाटि ने पागलीएसडीओ नहीं बन पाने की खुशी में नियोक्ता मंडलोई साहब की मेहरबानी से मुक्तेश्वरी के साथ-साथ दीप्ति श्रेया निधि ख्याति धॅधी के साथ-साथ बिंदेश्वरी की मरी चूत तक को पगली कर दिया है । गौरतलब है कि जब पिताजी के सिंह जिंदा थे तो उन्होंने T जी कोसरिया साहब को स्वयं प्रवचन दिए थे कि भाटी को जिंदा रखते तक ही मनुष्य जाति अस्तित्व में रह सकती है. धन्यवाद ।
खुश खबर - भाटि ने पागलीएसडीओ नहीं बन पाने की खुशी में नियोक्ता मंडलोई साहब की मेहरबानी से मुक्तेश्वरी के साथ-साथ दीप्ति श्रेया निधि ख्याति धॅधी के साथ-साथ बिंदेश्वरी की मरी चूत तक को पगली कर दिया है । गौरतलब है कि जब पिताजी के सिंह जिंदा थे तो उन्होंने T जी कोसरिया साहब को स्वयं प्रवचन दिए थे कि भाटी को जिंदा रखते तक ही मनुष्य जाति अस्तित्व में रह सकती है. धन्यवाद ।














































































































































































































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